स्वास्तिक को विकृत रूप में प्रदशित करना घोर पाप के साथ साथ अमंगलकारी भी माना जाता है.
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स्वास्तिक को विकृत रूप में प्रदशित करना घोर पाप के साथ साथ अमंगल कारी भी माना जाता है.
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उक्त साक्ष्यों से स्पष्ट है की स्वास्तिक हिन्दू धरम में पवित्र, शुभ्यंकर, भाग्यवर्धक और शान्ति का प्रतीक है.स्वास्तिक को विकृत रूप में प्रदशित करना घोर पाप के साथ साथ अमंगलकारी भी माना जाता है.
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इस प्रकार की पौराणिक कथा के माध्यम से भारत के जनमानस को धार्मिक आस्था से जोड़ कर, सुसंस्कारों का पोषण करना ओर एकता की शक्ति को प्रदशित करना या एक जुट रखना, समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान अर्जित करना, जिससे समाज व्यवस्था सुचारु चलती रहे, जैसी कल्पनाएं करके ही हमारे ऋषियों ने शक्ति पीठों का निर्माण किया होगा।
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नहीं लगा पाते| कई बार हमारे पास कोई खास पीडीएफ फाइल होती है और हम उसे अपनी ब्लॉग पोस्ट या वेब साईट पर प्रदशित करना चाहते है पर कर नहीं पाते, कुछ लोग इसके लिए पीडीएफ फाइल को सर्वर पर अपलोड कर वेब साईट पर उसका लिंक दे देते है उस लिंक पर क्लिक करते ही पीडीएफ फाइल ब्राउजर की एक दूसरी विंडो में खुलती है पर अब